छत्तीसगढ़

रसूखदारो ने जेसीबी से दुकान तोड़ा और महिला के साथ की मारपीट, एफआईआर होने के बाद भी नहीं हो रही कार्रवाई

रायपुर.धमतरी जिले के कुरूद थाना क्षेत्र में रहने वाली एक महिला से संपति विवाद के चलते परिवार के रसूखदार सदस्यों ने उसके ही दुकान में महिला से गंभीर मारपीट करते हुए जे सी बी मशीन से उसकी ही दुकान को तोड दिया। जिसकी शिकायत संबंधित थाने में की गई। थाना स्तर पर कोई कार्यवाही नहीं होने पर उसने इसकी शिकायत एस.पी. धमतरी से की जिसके बाद ले देकर जमानती धाराओं में अपराध पंजीबद्ध किया गया। लेकिन एफ.आई.आर दर्ज होने के तीन महीने बाद भी उचित कार्यवाही नहीं हो पाई है। ऐसे में परेशान महिला परिवार के साथ रायपुर में मीडिया के माध्यम से शासन- प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है। आप को बता दें कि ये संपत्ति विवाद का मामला है और न्यायालय में प्रक्रियाधीन हैं। इसके बाद भी रसूखदार सदस्यों ने अपने रसूख का इस्तेमाल कर महिला की दुकान को तोड दिया।
रायपुर प्रेस क्लब में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में हर्षा अग्रवाल और उनके पति राहुल अग्रवाल ने थाना कुरुद के स्टाफ सहित थाना प्रभारी पर गंभीर आरोप लगाये है। उन्होंने कहा कि मेरे साथ और मेरे पति के साथ असामाजिक तत्वों के द्वारा दिनांका 11 अगस्त 2024 को हमारे पुरानी दुकान और मकान को खुलेआम जेसीबी मशीन के द्वारा तोड़ दिया गया और हमारे साथ जबरदस्ती मारपीट की गई। मैं इस संदर्भ में आप सभी के माध्यम से यह कहना चाहती हूं कि स्थानीय पुलिस द्वारा अपराधी तत्वों को संरक्षण दिया जा रहा है और उन पर कानून सम्मत कार्यवाहीं नहीं की जा रही है। हर्षा अग्रवाल ने कहा कि मेरे पति राहुल अग्रवाल और मेरे ससुर स्व. संतोष अग्रवाल पुश्तैनी लकड़ी का व्यवसाय हमारी पुश्तैनी जमीन पर करते आ रहे हैं। उक्त व्यवसाय को संचालित करने के लिये हमारे पुराने मकान में ऑफिस भी है जिसमें मैं अपने पति का सहयोग करती हूं। दिनाँक 05/08/2024 को व्यवसाय संचालन करने हेतु सुबह 11 बजे गयी थी, क्योंकि मेरे पति राहुल अग्रवाल लकड़ी खरीदी हेतु कोझर डिपो गये थे। तभी 12 बजे के आसपास हमारे आफिस में अंकिता अग्रवाल, स्नेहा अग्रवाल, रमन सर्राफ उसके दो दोस्त और दो बाउंसर लेकर आए और इस जगह को खाली करने को कहा नहीं तो इसे तोड़ देने की धमकी देते हुए टेबल कुर्सी पटकने हुए पोस्टर आदि को फ़ाड़ दिया। मेरे द्वारा महिला हेल्प लाइन 1001 में सहायता फोन लगाकर जानकारी दी गई तो थाना कुरूद के दो सिपाही आयें और उनको समझाइश दे कर मामले को शांत करा कर उन सभी को यहां से निकाला गया। इसके बाद घटना दिनांक 11/08/2024 को मेरे पति राहुल अग्रवाल को 11 बजे थाना कुरूद बुलाया गया था। जहां पर उनसे कुछ कागजात पर हस्ताक्षर लिए गए। मेरे पति की मोटरसाइकिल चोरी हो गई थी जिसकी सूचना भी हमने थाने में दी है। इस बीच हमारी दुकान में अचानक अंकिता अग्रवाल, स्नेहा अग्रवाल, विजय गोयल, अजय सर्राफ गौरव सर्राफ रमन सर्राफ दो पुरुष और दो महिला बाउंसर लेकर आ गए और मेरी बांह एवं हाथ को पकड़?कर दुकान से बाहर निकल कर हाथ और पैरों से मारने लगे साथ ही मेरे कपड़े भी फ़ाड़ दिये। साथ हो उन्होंने मेरे मोबाइल को नाली में फेंक दिया। और अपने साथ लाई जेसीबी मशीन से फर्नीचर, माल सहित दुकान और आफिस को तोड दिया गया। हमारे द्वारा स्थानीय पुलिस प्रशासन को सूचना दी गई परंतु उन्होंने हमें ही डरा धमकाकर भगा दिया। इसके बाद पुलिस के आला अधिकारी से लिखित में आवेदन देने पर ले देकर जमानती धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई जिन धाराओं में एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए उसे शामिल नहीं किया गया है साथ ही आज तीन महीने होने के बाद भी ना तो अपराधियों की गिरफ्तारी हुई है ना ही पुलिस ने न्यायालय में चालान प्रस्तुत किया है।

जहां इस मामले में एस.डी.ओ.पी. रागिनी तिवारी का कहना है कि आरोपी दूसरे राज्य के है, उनको तीन बार संमन भेजा गया है पंरतु वो आयें नहीं है इस पर तत्काल कार्यवाही की जायेगी।
वहीं धमतरी जिले के पुलिस अधीक्षक अंजनेय वैष्णव ने कहा कि अभी प्रार्थी हमारे समक्ष आयें थे उन्हें विस्तार से समझाया गया है कि अपराध को किस तरह से पंजीबद्ध किया गया है। उन्होंने जो गुहार लगाई है उसे संज्ञान में लिया गया है जो भी विवेचना में कानूनी तौर पर संभव हो पायेगा उसे शामिल करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले की गहन विवेचना की गई है जल्द ही न्यायालय में चालान पेश करेंगे।

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