घटना को लेकर ग्रामीणों आक्रोश,कार्रवाई को लेकर एसपी से गुहार,
पंडरिया ब्लाक के ग्राम लालपुर का मामला
भारतीय समाज में महिलाओं को देवी की दर्जा तो मिल गया है, महिलाओं का सम्मान, महिलाओं का अधिकार और समानता की बात तो खूब होती है। हमारे समाज में आज भी महिलाएं, बेटियों और बेटियों पर अत्याचार जारी है। एक तरह सरकार बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ, महिलाओं को आत्मनिर्भर और स्वावलंभी बनाने की बात करती है। दूसरी ओर आज भी महिलाओं पर बर्बरता का तांडव जारी है। यहां तक कि महिला की गुप्तांग पर लाठी और ठंडे से वार किया है। पुलिस एफआई करके गिरफ्तार करना भी मुनासिब नहीं समझता। घटना को लेकर बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने घटना को उद्वेलित हैं और घटना की कड़ी भत्र्सना और निंदा की है, मंगलवार को ग्रामीणों ने पंडरिया थाना पहुंचे और आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
कवर्धा के पंडरिया ब्लाक के ग्राम पंचायत लालपुर गांव में सिहरन और रूह कांपने वाली घटना सामने आई है। जहां ससुर ने अपने ही बहू के गुप्तांग पर लाठी डंडे से वार कर बूरी तरह से मारपीट। यह पूरा मामला है कवर्धा जिला के पंडरिया ब्लाक के ग्राम लालापुर का। रूपेन्द्र साहू के पिता भागवत साहू, बड़े भाई नारद साहू, माता मिथलेश साहू, बेटी लक्ष्मी साहू के द्वारा संतोषी साहू को पिछले दो-तीन सालों से लगातार टोनही कहकर प्रताडि़त करके मारपीट करते आ रहे हैं, इन लोगों के खिलाफ थाने में कई बार रिपोर्ट भी हो चुकी है,लेकिन अपने रसूख और पहुंच के चलते इन लोगों पर आज तक पुलिस ने कार्रवाई नहीं किया। जिसकी वजह से इनके हौसले और बुलंद हो गया है। परिणामस्वरूप बीते रविवार को रुपेन्द्र साहू और पत्नी संतोषी साहू को सरेआम लाठी-डंडे से मारपीट की यहां तक की संतोषी साहू के गुप्तांग पर लाठी-डंडे से हमला किया है। इस घटना के बारे में जब समाज के लोग और गांव के ग्रामीणों पता चला तो सैकड़ों की संख्या में थाने पहुंच कर आरोपियो ंपर कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर गांव के लोग नारेबाजी करने लगे। समाज के लोगों का कहना है कि ऐसे निदर्यी लोगों को समाज में रहने का कोई जगह नहीं है। और संतोषी के ससुर- सास और जेठ पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की। गांव वालों ने थाना प्रभारी से मिलकर कवर्धा एसपी कार्यालय में जाकर घटना की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कानून समंत कार्रवाई की मांग की है।
न्याय नहीं मिला तो थाने के सामने करूंगी आत्मदाह: संतोषी
संतोषी ने मीडिया को बताया कि मैं मेरे पति रुपेन्द्र साहू, मेरे दो बच्चे को मेरे सास, ससुर,जेठ द्वारा लगातार प्रताडि़त किया जा रहा है। हमें जानवर की तरह मार रहा है। पुलिस कुछ कार्रवाई नहीं करती है। हम जाए तो जाए कहां हमारे पास कुछ नहीं है। दहशत के कारण मेरे दोनों बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। हम जान बचाकर अपने मायके में आकर शरण लेते हैं। मेरे ऊपर कई बार अटैक हो चुके हैं लेकिन पुलिस दर्शक बनकर तमाशा देख रही है। पिछले बार मेरे पति के सिर पर गंभीर चोट लगने के बाद भी जमानती धारा लगाकर आरोपियों को रिहा कर दिया। मेरे बच्चे के भविष्य बर्बाद कर दिया। मैं बच्चों को पढ़ा नहीं पा रहा है। सरकार सामाजिक न्याय की बात करती, बेटी बचाओ, महिलाओ का सम्मान की बात करती है, क्या यही है महिला सम्मान जहां पीडि़त महिला थाने के चक्कर काट रही हूं। रविवार को सरेआम मुझे जानवर की तरह पीठा गया, यहां तक की मेरे शरीर के ऐसे कोई जगह नहीं बचा होगा ये लोग मारपीट नहीं किया होगा यहां तक की मेरी निजी अंगों पर लाठी डंडा से अटैक किया फिर भी पुलिस खामोशी से तमाशा देख रही है। क्योंकि मैं गरीब आदमी हूं। यदि इस बार मुझे न्याय नहीं मिला तो मैं थाने के सामने आत्मदाह करूंगी।
तीन साल से मेरे पिता मुझे बर्बरता से मार रहे हैं: रूपेश
मुझे और मेरी पत्नी को पिछले तीन सालों से मारपीट किया जा रहा है। मैं थाना जाता हूं लेकिन पुलिस जमानती धारा लगाकर मामला को रफादफा कर देती है। जिसकी वजह से हमारे ऊपर आए दिन मारपीट करते है। हम परेशान है। रहने के लिए हमारे पास घर नहीं, फिर भी हम चुप बैठे रहते हैं। लेकिन मेरे पिता मुझसे कौन से जन्म को बदला लेकर मुझे हर बार जान से मारने की कोशिश करते हैं। मेरे पड़ोसियों से पता लगा लीजिए मेरे ऊपर आए दिन मारपीट कर रहे हैं।
महिलाओं विरोधी मानसिकता कब होगी खत्म
डॉ दिनेश मिश्र ने कहा पिछले कुछ दिनों में टोनही / डायन के सन्देह में हत्या मारपीट ,प्रताडऩा की घटनाएं सामने आयी हैं सिर्फ अंधविश्वास ,जादू टोने जैसी भ्रामक मान्यताओं पर भरोसा कर किसी निर्दोष महिला एवं उसके परिवार पर हमला करने की घटनाएं, अनुचित है,दोषियों पर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए.समिति प्रवास कर प्रताडि़त परिवारों से मिलेगी और ग्रामीणों को जागरूक करेगी।
डॉ दिनेश मिश्र, अध्यक्ष अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति